वाराणसी। गुजरात के कांडला से गोरखपुर तक 2805 किलोमीटर लंबी एलपीजी पाइप लाइन परियोजना के भूमि पूजन के नौ माह बाद पिंडरा तहसील के हथियर गांव ...
वाराणसी। गुजरात के कांडला से गोरखपुर तक 2805 किलोमीटर लंबी एलपीजी पाइप लाइन परियोजना के भूमि पूजन के नौ माह बाद पिंडरा तहसील के हथियर गांव से मंगलवार को कार्य का शुभांरभ होगया है। विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी मीनाक्षी पांडेय ने नारियल फोड़कर इसका शुभारंभ किया। इसे विश्व की सबसे लंबी एलपीजी पाइप लाइन बताया जा रहा है
केंद्र की महत्वपूर्ण इस परियोजना के पूर्ण होने के बाद इंडियन आयल भारत पेट्रोलियम व हिंदुस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड समेत विभिन्न बाटलिंग प्लांटों को सीधे गैस मिल सकेगी। परिवहन का पैसा बचेगा वहीं उपभोक्ताओं को समय से गैस मुहैया होने की राह प्रशस्त होगी।
इस परियोजना से 34 करोड़ लोगों को लाभ पहुंचेगा। परियोजना में 43 किलोमीटर पाइप लाइन वाराणसी में बिछायी जाएंगी भूमि अधिग्रहण की जा चुकी है। बहुतायत कास्तकारों को इसका मुआवजा भी दिया जा चुका है।
जल्द ही रसोई गैस की समस्या से मिलेगी मुक्ति
इस परियोजना के पूर्ण होने के बाद एलपीजी रसोई गैस की समस्या आमजन को नहीं होगी त्योहारों के दौरान गैस सिलेंडर की कमी हो जाती है डिमांड पूर्ण करना मुश्किल हो जाता था। टैंकर समय से न आने के कारण प्लांट भी हाथ खड़ा कर देता था लेकिन इस परियोजना के पूर्ण होने के बाद यह समस्या पूर्ण रूप से खत्म हो जाएंगी।
वाराणसी समेत पूर्वांचल के कुल 16 जिलों को मिलेगा इससे फायदा
इस गैस पाइप लाइन के पूर्ण होने के बाद वाराणसी, आजमगढ़, मीरजापुर, गोरखपुर मंडल के 16 जिलों में एलपीजी की समस्या नहीं होगी। वाराणसी में मथुरा, कांडला, पारादीप, गुना, हल्दिया से एलपीजी के टैंकर आते हैं। परियोजना के पूर्ण होने के बाद प्लांट को सीधे गैस मिलने लगेगी। इसके बाद सिलेंडर रीफिलिंग आदि के कार्य में तेजी आएगी।