*वायुसेना के विमान से सीआरपीएफ के जवान अश्वनी कुमार यादव का पार्थिव शरीर बुधवार की सुबह 8:30 बजे वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्र...
*वायुसेना के विमान से सीआरपीएफ के जवान अश्वनी कुमार यादव का पार्थिव शरीर बुधवार की सुबह 8:30 बजे वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहुंचा।*
92 बटालियन जम्मू-कश्मीर में थी तैनाती वर्ष 2005 में ली थी देश रक्षा की शपथ।विगत दिनों हंदवाड़ा में हुए हमले देश रक्षा के लिये दी शहादत गाजीपुर निवासी शहीद के छोटे दो भाइयों मां पत्नी के अलावा 10 वर्षीया बेटी व 7 वर्ष के बेटे की थी जिम्मेदारी।95 बटालियन कमान्डेंट नरेंद्र पाल सिंह के द्वारा पार्थिव शरीर को परम्परागत तरीके से सलामी के बाद पुष्प से सजे वाहन द्वारा पैतृक निवास पर किया गया रवाना।अंतिम विदाई में आईजी सीआरपीएफ के भी शामिल होने की सूचना वही गाजीपुर के नोनहरा थानाक्षेत्र के चकदाउद गांव स्थित घर पर अपने लाल को अंतिम विदाई देने के लिए पहले से लोगों का जमावड़ा लगा रहा। स्थानीय थाने से पहुंची पुलिस ने लाउडस्पीकर से लोगों को कोरोना संक्रमण के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की हिदायत भी देती रही। घर के आसपास लाइनें और गोला भी खींचा गया ताकि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहें।
लोगों में इस बात को लेकर काफी रोष देखा गया कि परिवार के अकेले कमाऊ सदस्य के शहीद होने की खबर के बाद भी कोई अधिकारी या जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचा। अश्वनी के चचेरे भाई ने कहा कि सोमवार की शाम से ही सभी चैनलों पर भैया के शहीद होने की खबर चलने लगी। इसके बाद भी कोई जनप्रतिनिधि, अधिकारी या सरकार का प्रतिनिध परिवार को सांत्वना देने तक नहीं आया। अब परिवार कैसे चलेगा, बच्चों की पढ़ाई कैसे होगी, यहां तक कि अभी तक किसी तरह की आर्थिक सहायता की भी घोषणा नहीं की गई है