Page Nav

HIDE

Gradient Skin

Gradient_Skin

Breaking News

latest

वाराणसी में अन्य प्रदेशों के फंसे हुए श्रमिक, विद्यार्थी, तीर्थयात्री, पर्यटको को घर भेजने का कार्य शुरू

वाराणसी जनपद में अन्य प्रदेशों के फंसे हुए श्रमिक, विद्यार्थी, तीर्थयात्री, पर्यटक व अन्य लोगों को दूसरे प्रदेशों में भेजने का कार्य शुरू कर...

वाराणसी जनपद में अन्य प्रदेशों के फंसे हुए श्रमिक, विद्यार्थी, तीर्थयात्री, पर्यटक व अन्य लोगों को दूसरे प्रदेशों में भेजने का कार्य शुरू कर दिया गया है। 
पहले चरण में 5 मई को बिहार राज्य के क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों को तथा दिनांक 6 मई को झारखंड राज्य के क्वारंटाइन किए गए लोगों को भेजा गया है। 
दिनांक 7 मई को सुबह राजस्थान और झारखंड के लोगों को सरकारी बसों के द्वारा निशुल्क उनके प्रदेशों में भेजा जाएगा। राजस्थान के लोग जिन्होंने राजस्थान सरकार की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाया है ऐसे 494 लोगों के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों का इंतजाम करवाया गया है। ये बसें संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के खेल मैदान से 7 मई को सुबह 7:00 बजे रवाना होंगी। राजस्थान के उन सभी 494 लोगों के मोबाइल पर SMS, NIC के माध्यम से भेजा गया है। साथ ही उन्हें सूचित किया जाता है कि सभी लोग अपने सामान के साथ अपने खुद के साधनों से संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के चौकाघाट स्थित गेट से प्रवेश कर के खेल मैदान के अंदर उपस्थित हो जाएं। वहां इन सभी की मेडिकल स्क्रीनिंग प्रातः स्वास्थ विभाग के डॉक्टर्स के द्वारा की जाएगी। तत्पश्चात जो लोग कोरोना सिम्पटम के बिना पाए जाएंगे उन सभी लोगों को बसों में बिठाकर राजस्थान के भरतपुर जिले के लिए रवाना कर दिया जाएगा। भरतपुर से आगे अपने-अपने जनपदों को राजस्थान सरकार के द्वारा ही उन्हें भेजा जाएगा। 
इसी प्रकार झारखंड के जिन लोगों ने वाराणसी के पुलिस थानों पर रजिस्ट्रेशन कराकर जानकारी उपलब्ध कराई थी ऐसे लगभग 900 लोगों को झारखंड के गढ़वा जिले भेजने के लिए बसों की व्यवस्था कैंट स्थित रोडवेज बस अड्डे पर की गई है। वे सभी लोग जिन्होंने वाराणसी के पुलिस थानों में अपना नाम दर्ज कराया था, कैंट रोडवेज बस अड्डे पर प्रातः 8 बजे पहुंच जाएं। वहां पहुंचने के उपरांत उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग होगी और जनपद वार पुनः एक बार सूची बनाई जाएगी। सूची बनाने के उपरांत उन्हें बसों के माध्यम से झारखंड के गढ़वा जिले में छुड़वा दिया जाएगा। गढ़वा जिला यहां से सोनभद्र होते हुए लगभग 6:30 घंटे की दूरी पर है। उसके आगे की व्यवस्था झारखंड सरकार के द्वारा की जाएगी।
 दोनों ही प्रदेशों के अधिकारियों से वार्ता करने के उपरांत ही यह व्यवस्था करवाई जा रही है। इन दोनों प्रदेशों के लगभग 1400 यात्रियों जिनको प्रस्थान करना है उन को सूचित किया जाता है कि अपने सामान व रास्ते के लिए नाश्ते आदि की व्यवस्था लेकर सुबह 7:00 बजे पहुंचे ताकि उनकी सभी औपचारिकता पूरी करते हुए उन्हें जल्दी से जल्दी रवाना किया जा सके।
 झारखंड और राजस्थान के अलावा अन्य यात्रियों को कल नहीं भेजा जाएगा इसलिए इन दोनों प्रदेशों के अलावा कोई भी व्यक्ति वहां ना आए।
 इन दोनों प्रदेशों के यात्रियों को भी अपने साथ फोटो आईडेंटिटी कार्ड और यथासंभव आधार कार्ड ही साथ रखना होगा।
 राजस्थान सरकार की वेबसाइट अथवा थाने पर जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया ऐसे लोग भी वहां ना आएं क्योंकि उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
 बिहार राज्य के लिए बिहार के अधिकारियों से वार्ता हो गई है संभवत 8 या 9 मई को उनको भेजने हेतु विशेष बस अथवा ट्रेन का प्रबंध किया जाएगा। ऐसे लोगों के द्वारा भी वाराणसी के विभिन्न थानों पर रजिस्ट्रेशन करवाया गया है और इसके माध्यम से 2300 लोगों की सूची प्राप्त हुई है। अभी भी किसी के द्वारा वाराणसी के रिहाइश के थाने पर रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया है तो वे तत्काल करवा दें।
 7 तारीख की शाम 5:00 बजे तक जिन लोगों की सूची थाने के माध्यम से प्राप्त होगी केवल उन्हीं लोगों के लिए ही बस या ट्रेन का प्रबंध कराया जाएगा। इन लोगों का प्रबंध होते ही इसकी जानकारी भी सार्वजनिक माध्यम से प्रसारित की जाएगी।
पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के यात्रियों के लिए भी उनकी सरकार से वार्ता करने का कार्य किया जा रहा है। जैसे ही व्यवस्था होगी इसकी जानकारी दी जाएगी ।