वाराणसी ।देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के ख़ौफ़ से हज़ारों मज़दूर अपने घरों की तरफ़ रुख़ कर लिया है अपने कर्मभूमि को छोड़ने पर वह मजबूर हो...
वाराणसी ।देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के ख़ौफ़ से हज़ारों मज़दूर अपने घरों की तरफ़ रुख़ कर लिया है अपने कर्मभूमि को छोड़ने पर वह मजबूर हो गए हैं दूसरे राज्यों व शहरों से आए मज़दूर को यातायात के आभाव में पैदल ही कई किलोमीटर का सफ़र किसी तरह तय कर ने पर मजबूर है वही
विकलांग बेटे के लिए पैदल चल रहे मजदूर ने साईकिल चुराते हुए अपने अपराध के लिए साईकिल मालिक के लिए छोड़ा क्षमा याचना पत्र जिसमें लिखा
मैं आपकी सायकिल लेकर जा रहा हूँ.हो सके तो मुझे माफ़ कर दीजियेगा.क्योंकि मेरे पास कोई साधन नहीं है.मेरा एक बेटा है उसके लिये ऐसा करना पड़ा है.क्योंकि वो विकलांग है चल नहीं सकता.हमें बरेली तक जाना है..
*आपका क़सूरवार*
*मज़दूर और मजबूर*