पत्रकारों का भविष्य अंधकार में... वाराणसी।देश के विभिन्न भागों में मीडियाकर्मियों के भी संक्रमित होने के कुछ मामले आने के बाद फी...
वाराणसी।देश के विभिन्न भागों में मीडियाकर्मियों के भी संक्रमित होने के कुछ मामले आने के बाद फील्ड में काम कर रहे रिपोर्टरों में भी इसे लेकर डर पैदा हो गया है।इस स्थिति को देखते हुए ऐसी मांग ने जोर पकड़ लिया है कि राज्य सरकारें अपने यहां पत्रकारों की कोरोना जांच कराएं और आपात स्थिति में उनके लिए आवश्यक सेवा देने वाले कर्मचारियों की तर्ज पर ही सुविधाओं की घोषणा करें।
जिसमें कोरोना संकट के बीच काम कर रहे पत्रकारों का अन्य आवश्यक कार्यों में लगे सफाईकर्मियों और सुरक्षाबलों की तर्ज पर 50 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा जैसी सरकार से उम्मीद है।इस मांग ने अचानक से जोर तब पकड़ा जब महाराष्ट्र (मुंबई) में 53 पत्रकार इस भयावह बीमारी के वायरस से संक्रमित पाए गए। इन पत्रकारों में टीवी रिपोर्टर, कैमरामैन और फोटोग्राफर शामिल थे।सबसे चिंताजनक बात तो यह थी कि कोरोना संक्रमित इन पत्रकारों में 99℅ मीडियाकर्मियों में जुकाम, बुखार और सर्दी जैसे कोई लक्षण नहीं थे।फिलहाल कोरोना काल में पत्रकारों का भविष्य अंधकार में है।उनके सुरक्षा के लिए सरकार के पास अब तक तो कोई ठोस योजना ही नहीं है।